परिवर्तन
दूर से अक़्सर दूसरों की दुनिया आबाद नज़र आती है
ख़ुद के आशियाँ में झांको तो सिर्फ तन्हाई नज़र आती है
सलाम करते सूरज में ढलती हुई शाम नज़र आती है
बदलते वक़्त और हालात में...
ख़ुद के आशियाँ में झांको तो सिर्फ तन्हाई नज़र आती है
सलाम करते सूरज में ढलती हुई शाम नज़र आती है
बदलते वक़्त और हालात में...