फजूल बातें
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर....
रुख हवा का मोड़कर।
चल रहे हैं देखो हम ......
जैसे अपने पंख जोड़कर।
हौसले ख़ुद सदा बुलंद है करना
दिल के आशियानों को जोड़ कर।।
ज़िंदगी भी देख, मुझसे इतरायेगी ....
कुछ कर जाने को देख कर।।
बढ़ते जा क़दम, झूठ का बल तोड़कर ....
कौन किया कहे, ऐसी बातें छोड़ कर।।
#writco
#mahjabeentabassum
इन जंजीरों को तोड़कर....
रुख हवा का मोड़कर।
चल रहे हैं देखो हम ......
जैसे अपने पंख जोड़कर।
हौसले ख़ुद सदा बुलंद है करना
दिल के आशियानों को जोड़ कर।।
ज़िंदगी भी देख, मुझसे इतरायेगी ....
कुछ कर जाने को देख कर।।
बढ़ते जा क़दम, झूठ का बल तोड़कर ....
कौन किया कहे, ऐसी बातें छोड़ कर।।
#writco
#mahjabeentabassum