इसे खुदा की मेहरबानी कहूं या अपनी किस्मत
@poojajhanwar
इसे खुदा की मेहरबानी कहूं या मेरी किस्मत
जैसा सोचा था वैसा हमसफ़र पा लिया
वैसे शादी की सोच से बहुत ही ज्यादा दूर थी में ,
पर जब से उनको जाना उनको समझने लगी सब कुछ बहुत अच्छा सा लगने लगा ,
जैसा मैने देखा आस पास वेसा कुछ भी नहीं है ,
क्यूकी उससे कहीं गुना ज्यादा अच्छा नसीब ने दे दिया ,
ऐसे तो बहुत भोले से है शायद ,
पर समझते बहुत अच्छे से है
इसे अपनी किस्मत कहूं या खुदा की मेहरबानी ।
-------------
शुरू शुरू में काफी कुछ करीब लग रहा था ,
समझ ही नही आ रहा था कि क्या हो रहा है ,
बात करे भी तो क्या करे ,
ना जान ना पहचान उनसे ,
उस 5 minute की मुलाकात में मुझसे पूछा सबने केसा लगा वो ,
केसे बताई कि 5 minute में कैसे पहचानूंगी में ,
फिर धीरे धीरे अच्छा लगने लगा...
इसे खुदा की मेहरबानी कहूं या मेरी किस्मत
जैसा सोचा था वैसा हमसफ़र पा लिया
वैसे शादी की सोच से बहुत ही ज्यादा दूर थी में ,
पर जब से उनको जाना उनको समझने लगी सब कुछ बहुत अच्छा सा लगने लगा ,
जैसा मैने देखा आस पास वेसा कुछ भी नहीं है ,
क्यूकी उससे कहीं गुना ज्यादा अच्छा नसीब ने दे दिया ,
ऐसे तो बहुत भोले से है शायद ,
पर समझते बहुत अच्छे से है
इसे अपनी किस्मत कहूं या खुदा की मेहरबानी ।
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शुरू शुरू में काफी कुछ करीब लग रहा था ,
समझ ही नही आ रहा था कि क्या हो रहा है ,
बात करे भी तो क्या करे ,
ना जान ना पहचान उनसे ,
उस 5 minute की मुलाकात में मुझसे पूछा सबने केसा लगा वो ,
केसे बताई कि 5 minute में कैसे पहचानूंगी में ,
फिर धीरे धीरे अच्छा लगने लगा...