...

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wqt ki chadar...
वक़्त के चादर में तेरी सिलवटें हैं
तेरा होना अब तो मेरा बीता कल भी
भुला नहीं पायेगा
तू हर रात इस दिल को याद आएगा
बुझे हुए आग की तरह तू
सुबह की किरनो के साथ राख बन...