दबे पांव चांद
#MoonlitMagic
हर शाम दबे पांव
जब चांद आसमान में आता है
ठंडी ठंडी सी बयारें
जब मेरे आंचल को लहराती हैं
तब हवाओं के ये झोंके
मेरे कानो में...
हर शाम दबे पांव
जब चांद आसमान में आता है
ठंडी ठंडी सी बयारें
जब मेरे आंचल को लहराती हैं
तब हवाओं के ये झोंके
मेरे कानो में...