✍🏾 मसअला तो कांटे का है ✍🏾
वो तो गुलाब है
किसी की किताब के पन्नों में
किसी के बालों में सज संवर जाएगा
मसअला तो कांटे का है
जो कभी इस दर कभी उस दर
विक्की बस दर ब दर की ठोकरें ही खायेगा
वो तो गुलाब है
किसी के इज़हार में किसी के प्यार में
किसी की महफ़िल में चार...