कड़वा है पर सच है ।
पता नहीं आजकल के बच्चों को किस ज़माने की हवा लग गई ।
मां , बाप को छोड़कर फोन को अहमियत मिल गई ।
फोन में गेम खेलने के लिए हो गई बिल्कुल फ्री।
लेकिन मां , बाप से बात करने के लिए हो गई...
मां , बाप को छोड़कर फोन को अहमियत मिल गई ।
फोन में गेम खेलने के लिए हो गई बिल्कुल फ्री।
लेकिन मां , बाप से बात करने के लिए हो गई...