बहना
बहन वहन करे सारी बाधा,
कभी वो सीता कभी वो राधा,
कैसे कहूँ उसका हिस्सा है आधा,
एक वही तो है जिसने घर को है बाँधा,
सबको खिलाकर खाती थी,
छोटी सी थी,
फिर भी...
कभी वो सीता कभी वो राधा,
कैसे कहूँ उसका हिस्सा है आधा,
एक वही तो है जिसने घर को है बाँधा,
सबको खिलाकर खाती थी,
छोटी सी थी,
फिर भी...