मोहब्बत होने लगी...
अब तो आँखों को आँसू से मोहब्बत होने लगी है,
दिल की भी सांसो के साथ बगावत होने लगी है।
सुबह सूरज की रोशनी भी अधूरी सी लगने लगी है ,
बाज़ार की भरी सड़के भी सुनी सी लगने लगी है।
उसके चेहरे की चमक अब सादी लगने लगी है,
चाँद पूरा निकलता है पर रोशनी आधी लगने लगी है।
बारिश की बूँदें भी अब मुझे भिगोने लगी हैं,
अब तो दिल की धड़कन भी यादों को पिरोने लगी है।
उसके गम और खुशी के तराने भी महफ़िल सुनने लगी है,
लगता है अब लोगों को उससे मोहब्बत होने लगी है।
दिल की भी सांसो के साथ बगावत होने लगी है।
सुबह सूरज की रोशनी भी अधूरी सी लगने लगी है ,
बाज़ार की भरी सड़के भी सुनी सी लगने लगी है।
उसके चेहरे की चमक अब सादी लगने लगी है,
चाँद पूरा निकलता है पर रोशनी आधी लगने लगी है।
बारिश की बूँदें भी अब मुझे भिगोने लगी हैं,
अब तो दिल की धड़कन भी यादों को पिरोने लगी है।
उसके गम और खुशी के तराने भी महफ़िल सुनने लगी है,
लगता है अब लोगों को उससे मोहब्बत होने लगी है।