मेरा पिता है
मेरा पिता
मेरा क्या है ❓ कौन हूँ मैं?
मेरी ढ़ाल मेरा पिता है।
मेरा जीवन मेरा दाता
मेरी दुनिया मेरा पिता है।
मंदिर जाकर ईश्वर ढुंढूं
मेरा परम मेरा पिता है।
भुखा हूं मैं रोटी दे दो
रोटी दाता मेरा पिता है।
मां मुझ पौधे की जननी
पर सृजनकर्ता मेरा पिता है ।
रात जागे लाये दो आने
कमाने वाला मेरा पिता है।
हरी मिर्च व सुखी रोटी
खाने वाला मेरा पिता है ।
हे मैं क्या हूं , शून्य हूं मैं
मेरा जूनून मेरा पिता है ।
© जितेन्द्र कुमार 'सरकार'
मेरा क्या है ❓ कौन हूँ मैं?
मेरी ढ़ाल मेरा पिता है।
मेरा जीवन मेरा दाता
मेरी दुनिया मेरा पिता है।
मंदिर जाकर ईश्वर ढुंढूं
मेरा परम मेरा पिता है।
भुखा हूं मैं रोटी दे दो
रोटी दाता मेरा पिता है।
मां मुझ पौधे की जननी
पर सृजनकर्ता मेरा पिता है ।
रात जागे लाये दो आने
कमाने वाला मेरा पिता है।
हरी मिर्च व सुखी रोटी
खाने वाला मेरा पिता है ।
हे मैं क्या हूं , शून्य हूं मैं
मेरा जूनून मेरा पिता है ।
© जितेन्द्र कुमार 'सरकार'