सबका अपना अपना सफ़र है
सबका अपना अपना सफ़र है,
कोई ज़िंदगी से ही बेख़बर है,
किसी के आग़ोश में हमसफ़र है,
कोई ढूँढ ही रहा जाने ज़िगर है,
कोई इश्क़ मोहब्बत में अग्रसर...
कोई ज़िंदगी से ही बेख़बर है,
किसी के आग़ोश में हमसफ़र है,
कोई ढूँढ ही रहा जाने ज़िगर है,
कोई इश्क़ मोहब्बत में अग्रसर...