khilta phool
#UnexpectedBloom
खिलता फूल भी झड़ जाता हैं जब शोर करता है तूफान
क्या गुनाह हैं जो तकलीफ़ की सबब होश खो बैठे इंसान
ढेर सारी कुर्बानियों का हौंसला रखो अपने ज़िगर में
जो चाहते हो हमेशा रहे सलामत तुम्हारा ईमान
हांँ सच है बीत जायेगा हर मौसम पर गिला ये है
इतना मैं अगर निकल ही जाये जो हमारे अंदर जान
खुदा तू तो पाक...
खिलता फूल भी झड़ जाता हैं जब शोर करता है तूफान
क्या गुनाह हैं जो तकलीफ़ की सबब होश खो बैठे इंसान
ढेर सारी कुर्बानियों का हौंसला रखो अपने ज़िगर में
जो चाहते हो हमेशा रहे सलामत तुम्हारा ईमान
हांँ सच है बीत जायेगा हर मौसम पर गिला ये है
इतना मैं अगर निकल ही जाये जो हमारे अंदर जान
खुदा तू तो पाक...