तुम्हारी याद
ये मौसम आज बड़ा सुहाना है
दिन भर की कड़कती धूप के बाद
ये ठंडी ठंडी हवा
मानो दे रही जन्नत सा सुकून है
झिलमिलाते तारो की चादर ओढे
ये दिल बुन रहा तुम्हारे ही सपने है
जुगनूओ...
दिन भर की कड़कती धूप के बाद
ये ठंडी ठंडी हवा
मानो दे रही जन्नत सा सुकून है
झिलमिलाते तारो की चादर ओढे
ये दिल बुन रहा तुम्हारे ही सपने है
जुगनूओ...