कश्ती
कमबख्त दुनिया जनानी को कागज की किश्ती समझ बैठी ...
डुबोती गई समंदर में और गहराई नापती गई ...
उसके हर अकश पे लिखी वो छोटी और गहरी दास्तां वो...
डुबोती गई समंदर में और गहराई नापती गई ...
उसके हर अकश पे लिखी वो छोटी और गहरी दास्तां वो...