प्रेम की पावन धारा...!!!
तेरे बिना जीवन में, कैसी ये उदासी,
तेरे संग मुस्कानों की, बिछी रहती फुलवारी।
तेरे नयन, काजल की रेखा जैसे गहरे,
तेरी मुस्कान, चाँदनी की शीतल धारे।।१।।
तेरी बातें, जैसे शहद की मीठी बूंदें,
तेरी हंसी, जैसे कोयल की मधुर गूंजें।
तेरी छुअन, जैसे हवा की सर्दी,
तेरे बिना जीवन, जैसे रेगिस्तान की तन्हाई।।२।।
तू है मेरा सपना, तू है मेरा अरमान,
तेरे बिना जीवन, जैसे बिन संगीत के गान।
तेरे साथ बिताए, हर पल की कहानी,
दिल में बसी रहती, तेरी प्यारी निशानी।।३।।
तेरे संग जीने का, हर पल का एहसास,...
तेरे संग मुस्कानों की, बिछी रहती फुलवारी।
तेरे नयन, काजल की रेखा जैसे गहरे,
तेरी मुस्कान, चाँदनी की शीतल धारे।।१।।
तेरी बातें, जैसे शहद की मीठी बूंदें,
तेरी हंसी, जैसे कोयल की मधुर गूंजें।
तेरी छुअन, जैसे हवा की सर्दी,
तेरे बिना जीवन, जैसे रेगिस्तान की तन्हाई।।२।।
तू है मेरा सपना, तू है मेरा अरमान,
तेरे बिना जीवन, जैसे बिन संगीत के गान।
तेरे साथ बिताए, हर पल की कहानी,
दिल में बसी रहती, तेरी प्यारी निशानी।।३।।
तेरे संग जीने का, हर पल का एहसास,...