Story teller
किसी की कहानी किसी को क्यूं सुनाऊं,
जो नही हुआ वो क्यों बताऊं।
मैंने खूब परख के देख लिया खुद को,
आप कहो तो आपको भी आईना दिखाऊ।
मैं जानता हु गुनाह गार है सब,
क्या अब इस बात पर भी इतराउ।
आपको गीला है,मुझे किसी से कोई वास्ता नहीं
अब भला अपना वक्त क्यूं गवाऊ?
चलो महफिल मैं मेरा ज़िक्र हो ही गया,
तो कहिए जनाब किस तरह से अपनी जान छुड़ाऊ।
यूं करता हु एक वाख्या सुनाता...
जो नही हुआ वो क्यों बताऊं।
मैंने खूब परख के देख लिया खुद को,
आप कहो तो आपको भी आईना दिखाऊ।
मैं जानता हु गुनाह गार है सब,
क्या अब इस बात पर भी इतराउ।
आपको गीला है,मुझे किसी से कोई वास्ता नहीं
अब भला अपना वक्त क्यूं गवाऊ?
चलो महफिल मैं मेरा ज़िक्र हो ही गया,
तो कहिए जनाब किस तरह से अपनी जान छुड़ाऊ।
यूं करता हु एक वाख्या सुनाता...