मै एक भ्रम हूँ उसका
#WritcoPoemPrompt48
Write a poem about a time that your illusions of someone or something were shattered.
मेरा वजूद नहीं
हो कर भी,
उसके लिए आज
मै ही सब कुछ हूँ,
सोचता है वो
उस की सांसों पर बस
नाम है अब भी मेरा ,
शायद, मै उसका एक भ्रम हूँ,
मिट्टी हो कर भी
हूँ मै उसी के साथ
करता है घंटों...
Write a poem about a time that your illusions of someone or something were shattered.
मेरा वजूद नहीं
हो कर भी,
उसके लिए आज
मै ही सब कुछ हूँ,
सोचता है वो
उस की सांसों पर बस
नाम है अब भी मेरा ,
शायद, मै उसका एक भ्रम हूँ,
मिट्टी हो कर भी
हूँ मै उसी के साथ
करता है घंटों...