मां
मैं मुस्कुराते
कभी लड़खराते ,
कभी तेरे आंचल में स्वयं को छिपाते
तेरे संग , उंगली पकड़
कभी गिरती ,कभी संभलती हूं
मां तेरी यादों में ,मैं हर रोज तड़पती हूं।।
तेरी आंखों...
कभी लड़खराते ,
कभी तेरे आंचल में स्वयं को छिपाते
तेरे संग , उंगली पकड़
कभी गिरती ,कभी संभलती हूं
मां तेरी यादों में ,मैं हर रोज तड़पती हूं।।
तेरी आंखों...