तुम्हारी याद
तुम्हारी याद बहुत आती है सर्द रात को और भी सर्द बनाती है,,
तुम्हारी याद बहुत आती है।।
बारिश की बूंदे जब बरसती है मेरी रूह को तेरी यादे छूकर गुजर जाती है,,
तुम्हारी याद बहुत आती हैं।।
बारिश की बूंदे बेशक मेरे जिस्म को छुआ करती है मगर रूह तक को पवित्र किया करती है,,
तुम्हारी याद बहुत आती है।।
...
तुम्हारी याद बहुत आती है।।
बारिश की बूंदे जब बरसती है मेरी रूह को तेरी यादे छूकर गुजर जाती है,,
तुम्हारी याद बहुत आती हैं।।
बारिश की बूंदे बेशक मेरे जिस्म को छुआ करती है मगर रूह तक को पवित्र किया करती है,,
तुम्हारी याद बहुत आती है।।
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