मां ❤️
जीत जाता हुं हर मुश्किल से, आसानी से,
पोंछ देती है मां अपने पल्लू से पसीना जो पेशानी से।
डरता और रोता नही मैं अब, गिरने और चोट खाने से,
हर चोट ठीक हो जाती है, बस एक बार मां के फूंक जाने...
पोंछ देती है मां अपने पल्लू से पसीना जो पेशानी से।
डरता और रोता नही मैं अब, गिरने और चोट खाने से,
हर चोट ठीक हो जाती है, बस एक बार मां के फूंक जाने...