मां ❤️
जीत जाता हुं हर मुश्किल से, आसानी से,
पोंछ देती है मां अपने पल्लू से पसीना जो पेशानी से।
डरता और रोता नही मैं अब, गिरने और चोट खाने से,
हर चोट ठीक हो जाती है, बस एक बार मां के फूंक जाने से।
पागल है वो लोग जो भटकते है चैन की तलाश में ज़माने से,
मिल जाता है दुनिया भर का सुकून, मां की गोद में सिर रख जाने से।
ना लगा सकते तुम कोई भी अंदाजा, ना नाप सकते हो किसी पैमाने से,
कितना प्यार भरा मां के दिल में,
जो मिट नहीं पाएगा कभी मिटाने से।।
#मेरी_मां ❤️❤️ #mother #motherslove #happymothersday
© gumnam_alfaz
पोंछ देती है मां अपने पल्लू से पसीना जो पेशानी से।
डरता और रोता नही मैं अब, गिरने और चोट खाने से,
हर चोट ठीक हो जाती है, बस एक बार मां के फूंक जाने से।
पागल है वो लोग जो भटकते है चैन की तलाश में ज़माने से,
मिल जाता है दुनिया भर का सुकून, मां की गोद में सिर रख जाने से।
ना लगा सकते तुम कोई भी अंदाजा, ना नाप सकते हो किसी पैमाने से,
कितना प्यार भरा मां के दिल में,
जो मिट नहीं पाएगा कभी मिटाने से।।
#मेरी_मां ❤️❤️ #mother #motherslove #happymothersday
© gumnam_alfaz