...

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रिश्ते
अब तो जो है और
जैसा है वो बस तुम्हारा है
क्यूं दूसरों के सामने
उनकी खिल्लियां उड़ाते हो
पर सच तो ये है कि
तुम खुद अपना मज़ाक उड़ाते हो
तुम्हें क्या लगता है
तुम खुद को बेहतर साबित करने के लिए
दूसरों का मजाक उड़ाओगे
ये रिश्तेंं हैं जनाब
एक उंगली कटी तो दर्द
पूरे बदन को होता है
अपनापन और प्यार की परिभाषा
रिश्तों से हीं आती है।।
✍️कनु प्रिया