pyara Mausam
जब पलके सहम सी जाती,
सारे रोशनी थम सी जाती
बादल गरजे बरसे पानी...
जब हवाएं चल सी जाती,,
रोम रोम में रम सी जाती
बूंदे जब हम पर पढ़ जाती,,
सारी जमी महक सी जाती...
जब हवाएं चल सी जाती,,
सारे रोशनी थम सी जाती
बादल गरजे बरसे पानी...
जब हवाएं चल सी जाती,,
रोम रोम में रम सी जाती
बूंदे जब हम पर पढ़ जाती,,
सारी जमी महक सी जाती...
जब हवाएं चल सी जाती,,