मेहनत
एक एक पायदान,
बस एक और ईंट,
सबर रख,
होगी तेरी भी जीत।
एक डोर और मन्नतों की,
ना ठौर होगी फिर...
बस एक और ईंट,
सबर रख,
होगी तेरी भी जीत।
एक डोर और मन्नतों की,
ना ठौर होगी फिर...