मानवता (humanity)
मानवता
दान करके तुम सब ही बन जाओ दानी,
कलम कवियों की लिखती रहें यह कहानी।
कदर मानवता की होती है आई
है भारत की यही एकमात्र निशानी।।
सबसे बड़ा दान तुम इसको जानो,
दहेज के नाम पर ना लेंगे चवन्नी।
खोला है मुझसे दहेज की खातिर ,
बारात उसकी हम ने है वापस भदानी।।
ना शब्द मिले सुनने को फिर से कोई भी,
कीचड़ गई वाली बच्ची...
दान करके तुम सब ही बन जाओ दानी,
कलम कवियों की लिखती रहें यह कहानी।
कदर मानवता की होती है आई
है भारत की यही एकमात्र निशानी।।
सबसे बड़ा दान तुम इसको जानो,
दहेज के नाम पर ना लेंगे चवन्नी।
खोला है मुझसे दहेज की खातिर ,
बारात उसकी हम ने है वापस भदानी।।
ना शब्द मिले सुनने को फिर से कोई भी,
कीचड़ गई वाली बच्ची...