जीवन भी कुवह अजीब सा होता है
जीवन भी कुछ, अजीब सा होता है
क़ोई महलो में, बेचैन सा जागा है,
तो क़ोई सड़को में, चैन से सोता है
जीवन भी कुछ, अजीब सा होता है
क़ोई समंदर में डूवा है
तो क़ोई बून्द के लिए रोता है
जीवन भी कुछ,अजीब सा होता है
जीवन में भगता हुआ हर इंसान
एक दिन अचानक ,जीवन को ही खोता है
जीवन भी कुछ, अजीब सा होता है
इंसांन...
क़ोई महलो में, बेचैन सा जागा है,
तो क़ोई सड़को में, चैन से सोता है
जीवन भी कुछ, अजीब सा होता है
क़ोई समंदर में डूवा है
तो क़ोई बून्द के लिए रोता है
जीवन भी कुछ,अजीब सा होता है
जीवन में भगता हुआ हर इंसान
एक दिन अचानक ,जीवन को ही खोता है
जीवन भी कुछ, अजीब सा होता है
इंसांन...