...

17 views

मेरे दिल को आज भी कुछ कहना है तुझसे (तेरे ही दिये दर्द😢 कहना है तुझसे)
एक वक्त था...
जब हर बात का फर्क पड़ता था उन्हें ,,
कही अनकही हर बात
दिल को छू जाती थी उनके
कहने की जरूरत भी नहीं होती थी
इशारों में ही उन बातों की गहराई को समझ लेते थे वो
पर एक भुचाल ऐसा आया
सबकुछ तबाह कर गया
अब ना तो किसी बात से फर्क़ पड़ता है उन्हें ना कोई मेरी कही बात दिल को छुता है उनके
हम भी कभी खुश थे
हम भी कभी खुशी से नाचते थे
हम भी कभी गाते थे
हम भी कभी मुस्कुराते थे
उसने कभी पुछा तक नहीं
कि .......... क्या कहती हो तुम
क्या तुम्हें भी कुछ कहना है............
............... पर अब सब कुछ बदल सा गया
लेकिन हां ,,,,,,
आज भी कुछ कहना है मुझे
बातों को अपनी रखना है मुझे
आखों की तन्हाई, बातों की रुसवाई
दिखानी है मुझे
दिल मेरा मानों जम सा गया
जीवन में सब कुछ बदल सा गया
अब ना एहसास दर्द का होता है मुझे
ना चाहत (चहक) खुशी की होती है मुझे
अब हरेक पल एक सा लगता है मुझे
अब सब पुछते है मुझसे
हजारों सवाल करते हैं मुझसे
पर अब जवाब भी एक ही होता है मेरा
सब बढ़िया है........
सब बढ़िया है.......


© Anishtha priya Agarwal