रक्त से लिखी गाथा
#FreedomDawnHere's
राजपूतों की वीरता, देश की आन-बान है,
लहू से लिखा इतिहास, ये हमारी पहचान है।
शक-हूण और मुस्लिम, जो भी आया आक्रांता,
रक्त से धोया सब, मिटा दिया हर दरिंदा।
राणा प्रताप की तलवार, शिवाजी की हुंकार,
इनकी वीरगाथाओं से, कांप उठे संसार।
1857 की जंग, वीरों की गर्जना,
हिन्दू-मुस्लिम एकता, अंग्रेजों पर कहर बनके बरसना।
सर्वस्व बलिदान, यही सच्ची देशभक्ति,
राष्ट्र हमारी माता, इसका रक्षक इसकी भक्ती।
संस्कृति, रीति-रिवाज, भाषा और समाज,
हम सबका मिलाजुला नाम ही राष्ट्र कहलाए आज।
वंदे मातरम् की गूंज, हर दिल में बस जाए,
देशभक्ति का जुनून, हर खून में उबल आए।
त्याग और बलिदान, यही सच्ची आराधना,
मां के चरणों में सर, यही वीरों की साधना।
भगत सिंह का जोश, चन्द्रशेखर की हुंकार,
राम प्रसाद बिस्मिल का बलिदान अपार।
अशफाक उल्ला खान, जो दोस्ती में कुर्बान,
इनकी एकता ने, अंग्रेजों को दिखाया इंसान।
लाल-बाल-पाल की,...
राजपूतों की वीरता, देश की आन-बान है,
लहू से लिखा इतिहास, ये हमारी पहचान है।
शक-हूण और मुस्लिम, जो भी आया आक्रांता,
रक्त से धोया सब, मिटा दिया हर दरिंदा।
राणा प्रताप की तलवार, शिवाजी की हुंकार,
इनकी वीरगाथाओं से, कांप उठे संसार।
1857 की जंग, वीरों की गर्जना,
हिन्दू-मुस्लिम एकता, अंग्रेजों पर कहर बनके बरसना।
सर्वस्व बलिदान, यही सच्ची देशभक्ति,
राष्ट्र हमारी माता, इसका रक्षक इसकी भक्ती।
संस्कृति, रीति-रिवाज, भाषा और समाज,
हम सबका मिलाजुला नाम ही राष्ट्र कहलाए आज।
वंदे मातरम् की गूंज, हर दिल में बस जाए,
देशभक्ति का जुनून, हर खून में उबल आए।
त्याग और बलिदान, यही सच्ची आराधना,
मां के चरणों में सर, यही वीरों की साधना।
भगत सिंह का जोश, चन्द्रशेखर की हुंकार,
राम प्रसाद बिस्मिल का बलिदान अपार।
अशफाक उल्ला खान, जो दोस्ती में कुर्बान,
इनकी एकता ने, अंग्रेजों को दिखाया इंसान।
लाल-बाल-पाल की,...