...

5 views

ख्याल
ख़्याल

हज़ूर इतनी सी खवाइश है कि ख़्याल का भी ख़्याल रखना,
न शिकवा करना गिला करना ख़्याल में ही ख़्याल रखना।

जो न हो मुलाक़ात हक़ीक़त में ख़्याल में ही मुलाक़ात रखना,
वतन के लिए निकला है क़ाफ़िला ख़्याल में भी दुआ करना।

ज़ख़्म हो या बहती हो खू की धारा ख़्याल में भी यह ख़्याल न करना,
इतना हसीन हो ख़्याल खुदा से उसे हक़ीक़त बनाने का ख़्याल करना।

ख़्याल ही ख़्याल में जो गुफ़्तगू हुई उसे ख़्याल में रखना,
वतन से वफ़ा का ख़्याल उस ख़्याल की तुम हिफ़ाज़त करना।

ग़म न करना ख़्याल में बस ख़ुशियों का ख़्याल करना,
गुमराह न हो ख़्याल इसका ख़्याल रखना।

अलविदा न कहा हमने यह ख़्याल करना,
रहेंगे साथ ख़्याल में यह ख़्याल रखना।

छोड़ जाते है अपनो को उनका तुम ख़्याल रखना,
सबकी मुस्कराहट के ख़्याल में अपनी मुस्कराहट का भी ख़्याल रखना।

रुचि प जैन