1 views
वो शख्स न जाए।
किसी अपने का जाना कितना कष्टदायक है, न,
ऐसा लगता है कि प्राण चला जाए, वो शख्स न जाए।
दिल की गहराइयों में एक खालीपन सा छोड़ जाता है,
हर खुशी में भी एक अजीब सा दर्द भर जाता है।
यादों के साये में जीना, अब रोज़ का दस्तूर है,
उसके बिना जिन्दगी का हर लम्हा, जैसे अधूरा सा नूर है।
वो शख्स न जाने कहाँ, पर दिल के पास रहता है,
उसके बिना ये दुनिया, बस एक वीरान शहर सा लगता है।
© नि:शब्द
ऐसा लगता है कि प्राण चला जाए, वो शख्स न जाए।
दिल की गहराइयों में एक खालीपन सा छोड़ जाता है,
हर खुशी में भी एक अजीब सा दर्द भर जाता है।
यादों के साये में जीना, अब रोज़ का दस्तूर है,
उसके बिना जिन्दगी का हर लम्हा, जैसे अधूरा सा नूर है।
वो शख्स न जाने कहाँ, पर दिल के पास रहता है,
उसके बिना ये दुनिया, बस एक वीरान शहर सा लगता है।
© नि:शब्द
Related Stories
1 Likes
0
Comments
1 Likes
0
Comments