फिर से अजनबी बन जाते हैं
तो चलो फिर ऐसा करते हैं, फिर से अजनबी बन जाते हैं।
तुम फिर से तमन्ना बन जाओ, हम फिर उम्मीद लगाते हैं।
चलो फिर ऐसा करते हैं, फिर संग सपने बुनने लगते हैं।
तुम मेरी राह बन जाओ, हम परियों के जंगल चलते हैं।
अजनबी से मिलकर फिर से प्यार की कहानी लिखते हैं,
जागती आंखों से एक दूजे को फिर ख़्वाबों में...
तुम फिर से तमन्ना बन जाओ, हम फिर उम्मीद लगाते हैं।
चलो फिर ऐसा करते हैं, फिर संग सपने बुनने लगते हैं।
तुम मेरी राह बन जाओ, हम परियों के जंगल चलते हैं।
अजनबी से मिलकर फिर से प्यार की कहानी लिखते हैं,
जागती आंखों से एक दूजे को फिर ख़्वाबों में...