उसकी खोज।
थक गए हैं नैन,
उनकी राह देखते देखते ।
आते जब भी वो ख्वाबों में,
फिर नहीं मिलता मन को चैन।
अब हालत है,
दीवानेपन की सी।
हर मूरत में ,
मैं ढूंढता,
शक्ल उस शख्स की।
कुछ कहे, कुछ अनकहे,
अल्फाजों की,
लगती है अब कहानी सी।
कहां...
उनकी राह देखते देखते ।
आते जब भी वो ख्वाबों में,
फिर नहीं मिलता मन को चैन।
अब हालत है,
दीवानेपन की सी।
हर मूरत में ,
मैं ढूंढता,
शक्ल उस शख्स की।
कुछ कहे, कुछ अनकहे,
अल्फाजों की,
लगती है अब कहानी सी।
कहां...