लड़कपन का वो पहला प्यार ❤
मुद्दतों बाद देखा उसे आज वहीं पुरानी गलियों में
फरक सिर्फ इतना था उसका Figure खराब था मेरा Liver..
नज़रे मिली फिर हटी फिर मिली और फिर उसने मुड़ कर देखा..
फिर चली गयी वो खामोश नज़रे लेकर और पीछे छोड़ गयी ठेका..
ख़रीद लेता था कभी तेरे लियेे गुलाब, आज उन्हीं हाथों मे आ गयी शराब..
आजतक पी ही रहा हूँ कभी दिन ढलने से पहले, कभी दिन ढलने के बाद..
के भटक रहा हूँ तेरे इश्क़ के नशे में कबसे..
कितनी आयी कितनी गयी,...
फरक सिर्फ इतना था उसका Figure खराब था मेरा Liver..
नज़रे मिली फिर हटी फिर मिली और फिर उसने मुड़ कर देखा..
फिर चली गयी वो खामोश नज़रे लेकर और पीछे छोड़ गयी ठेका..
ख़रीद लेता था कभी तेरे लियेे गुलाब, आज उन्हीं हाथों मे आ गयी शराब..
आजतक पी ही रहा हूँ कभी दिन ढलने से पहले, कभी दिन ढलने के बाद..
के भटक रहा हूँ तेरे इश्क़ के नशे में कबसे..
कितनी आयी कितनी गयी,...