डर का मंज़र
डर मुझे आगे बढ़ने नहीं देता,
अपने गुणों को परख कर अपने मन की करने नहीं देता।
बन शिक्षक जब विद्यालय जाती हूँ,
कार्य संस्कृति डर से प्रभावित पाती हूंँ।
सही होने पर भी ग़लत आँंकी जाती हूँ,
कोई और नहीं मुझे मेरा मन ही जीने नहीं देता।
डर हुआ है मुझ पर कुछ इस...
अपने गुणों को परख कर अपने मन की करने नहीं देता।
बन शिक्षक जब विद्यालय जाती हूँ,
कार्य संस्कृति डर से प्रभावित पाती हूंँ।
सही होने पर भी ग़लत आँंकी जाती हूँ,
कोई और नहीं मुझे मेरा मन ही जीने नहीं देता।
डर हुआ है मुझ पर कुछ इस...