जीवन का फूल
सुख दुख की राहों पर चलकर, खिलता जीवन का है फूल।
मानवता की गाथा इसमें, कहते हैं संत रसूल ।।
परमार्थ में अर्पण कर दे,जीवन का यह सार है।
निज स्वार्थ में सभी जियें हैं ,जैसे पेड़ बबूल ।।
मानवता की गाथा इसमें, कहते हैं संत रसूल ।।
परमार्थ में अर्पण कर दे,जीवन का यह सार है।
निज स्वार्थ में सभी जियें हैं ,जैसे पेड़ बबूल ।।
Related Stories