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तो रहने दो ...
बदले की भावना से बदलो तो
ऐसा बदलाव रहने दो।
चाहत हो किसी के मन पर
वार करने की तो
मरहम होने की कोशिश रहने दो।
न बन सको मुस्कुराहट किसी के लबों की तो
दर्द की जुर्रत भी रहने दो।
जमाने से बदलाव की चाहत रखने वालों
अपना ही नजरिया न बदल सको तो रहने दो।
दुनिया की बातों से परे
हम कितने है खरे यह सवाल
खुद से न कर सको तो
बदलने की फिराक रहने दो।
बदले की भावना से बदलो तो
ऐसा बदलाव रहने दो।
✍️मनीषा मीना
ऐसा बदलाव रहने दो।
चाहत हो किसी के मन पर
वार करने की तो
मरहम होने की कोशिश रहने दो।
न बन सको मुस्कुराहट किसी के लबों की तो
दर्द की जुर्रत भी रहने दो।
जमाने से बदलाव की चाहत रखने वालों
अपना ही नजरिया न बदल सको तो रहने दो।
दुनिया की बातों से परे
हम कितने है खरे यह सवाल
खुद से न कर सको तो
बदलने की फिराक रहने दो।
बदले की भावना से बदलो तो
ऐसा बदलाव रहने दो।
✍️मनीषा मीना
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