परख (नज़्म)
तुमने ये कहा मुझसे तुम मुझे समझते हो
ये बड़ा अजब है कि मैं समझ नहीं पाता
जो भी तुम समझते हो
कैसे तुम समझते हो
जब कोई ये कहता है ,मुझको वो समझता है
मेरे मन में दफ़ 'अतन ये सवाल आता है
कैसे वो समझता है
कैसे वो ये कहता है
मुझको वो समझता है
बात जब...
ये बड़ा अजब है कि मैं समझ नहीं पाता
जो भी तुम समझते हो
कैसे तुम समझते हो
जब कोई ये कहता है ,मुझको वो समझता है
मेरे मन में दफ़ 'अतन ये सवाल आता है
कैसे वो समझता है
कैसे वो ये कहता है
मुझको वो समझता है
बात जब...