रहने दिया
#रहने-दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
जो भी किया सोचा समझा फ़िर किया
कब तलक अँधेरों से घिरे रहते हम
दिये के सहारे ही हमने अपना सवेरा किया
सोचा नहीं मंज़िल के बारे में सफ़र पर चल दिये
किसी ने साथ छोड़ा तो क्या किसी ने साथ दिया ना दिया
भरोसे किसी के ये जिस्त चलती नहीं है
मिलता वही हश्र जैसा खुद ने पहले किया
किसी कों कोसने का हक़ किसी बशर कों नहीं
खुद का ज़िम्मेदार तू खुद किसी ने तेरा कुछ नहीं किया
© V K Jain
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
जो भी किया सोचा समझा फ़िर किया
कब तलक अँधेरों से घिरे रहते हम
दिये के सहारे ही हमने अपना सवेरा किया
सोचा नहीं मंज़िल के बारे में सफ़र पर चल दिये
किसी ने साथ छोड़ा तो क्या किसी ने साथ दिया ना दिया
भरोसे किसी के ये जिस्त चलती नहीं है
मिलता वही हश्र जैसा खुद ने पहले किया
किसी कों कोसने का हक़ किसी बशर कों नहीं
खुद का ज़िम्मेदार तू खुद किसी ने तेरा कुछ नहीं किया
© V K Jain