कुछ ख्वाब हमने भी सुनहरे देखे
उदासी में मुस्कुराहट के पहरे देखे,
ऐसे भी अजब मैंने कुछ चेहरे देखे.
लोग कराह उठते हैं जरा सी खरोंच आने पर,
उनकी खामोशी में भी ज़ख्म हमने गहरे देखें....
ऐसे भी अजब मैंने कुछ चेहरे देखे.
लोग कराह उठते हैं जरा सी खरोंच आने पर,
उनकी खामोशी में भी ज़ख्म हमने गहरे देखें....