प्यार
कहीं जलती धूप, कहीं राहत की छाँव है प्यार,
कभी ढलती शाम, कभी नई सुबह की पत्तों पर गिरी पहली किरण है प्यार,
कोई भाषा कोई, परिभाषा नहीं प्यार की,
रूहों से रूहों तक का सफर है प्यार.
कभी दिल को राहत की सुकून,
तो कभी रातों की बेचैनी है प्यार,
एक एहसास, एक ख्वाब, इक अफ़साना है प्यार.
मिलों कभी तुम, जो तुमको भी दिखाए.
मेरे लिए तुम्हारा ख्वाब है प्यार.
© abhay chaturvedi
कभी ढलती शाम, कभी नई सुबह की पत्तों पर गिरी पहली किरण है प्यार,
कोई भाषा कोई, परिभाषा नहीं प्यार की,
रूहों से रूहों तक का सफर है प्यार.
कभी दिल को राहत की सुकून,
तो कभी रातों की बेचैनी है प्यार,
एक एहसास, एक ख्वाब, इक अफ़साना है प्यार.
मिलों कभी तुम, जो तुमको भी दिखाए.
मेरे लिए तुम्हारा ख्वाब है प्यार.
© abhay chaturvedi