कटी पतंग
दौड़ रहा है उसके पीछे
ना कोई चिंता ना कोई फिक्र
वो लहराती कटी हुई सी
भटक रही थी इधर उधर
अनजाने पते पे चलती
ना जाने है जाना कहां
जो था दौड़ा इतनी देर तक
उसको भी आराम मिला
अटक गई हैं...
ना कोई चिंता ना कोई फिक्र
वो लहराती कटी हुई सी
भटक रही थी इधर उधर
अनजाने पते पे चलती
ना जाने है जाना कहां
जो था दौड़ा इतनी देर तक
उसको भी आराम मिला
अटक गई हैं...