barish...
#WritcoPoemPrompt42
Writeबारिश,
आज की बारिश में एक अलग ही सुकून था
आज बारिश को देख कर ,ना जाने क्यों एक ख्याल आया
कि बारिश हमें, हमारे पुराने लम्हों की याद दिलाती है जिस तरह, गर्मी के थपेड़ों से मिट्टी सूख चुकी होती है और लोग भूल जाते हैं, कि मिट्टी को भी ख्याल की जरूरत है
रखरखाव की जरूरत है
और तब, बारिश आकर मिट्टी की खुशबू चारों तरफ फैला देती है
...
Writeबारिश,
आज की बारिश में एक अलग ही सुकून था
आज बारिश को देख कर ,ना जाने क्यों एक ख्याल आया
कि बारिश हमें, हमारे पुराने लम्हों की याद दिलाती है जिस तरह, गर्मी के थपेड़ों से मिट्टी सूख चुकी होती है और लोग भूल जाते हैं, कि मिट्टी को भी ख्याल की जरूरत है
रखरखाव की जरूरत है
और तब, बारिश आकर मिट्टी की खुशबू चारों तरफ फैला देती है
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