मै खुश हूं, ये सच है या सच्चाई छिपाता हूं।
मै खुश हूं, ये सच है या सच्चाई छिपाता हूं।
कोई भी खोज खबर ले, सबको अच्छा बताता हूं।
जब भी अकेले रहूं, दुनियां के आंखों से ओझल हो जाता हूं।
जब कभी भी कोई आवाज़ दे, मंद मंद मुस्काते सामने आ जाता हूं।
ये सब दिखावा है, ये सच है या सच्चाई छिपाता हूं।
कभी एकांत में रहूं, इस मन को ज़िन्दगी का मर्म समझाता...