आईने
गरीब के उजाड कर आशियाने कर्म की बात करते हो
जो हालात है समझो उसको क्यो भ्रम की बात करते हो
बोलने और लिखने की तमीज PREEET व्यवहार बता देती है
मै की औकात नही है और हम की बात करते हो
आजकल के प्यार बस जिस्म के धन्धे है जोरों पर
होकर नंगे होटल मे फिर शर्म की बात करते हो
अरे दूसरों को आईना दिखाना वाले पहले खुद आईना देखा करो
बात मतलब की किया करो न बेमतलब की फेंका करो
संस्कार PREEET जिनके है...
जो हालात है समझो उसको क्यो भ्रम की बात करते हो
बोलने और लिखने की तमीज PREEET व्यवहार बता देती है
मै की औकात नही है और हम की बात करते हो
आजकल के प्यार बस जिस्म के धन्धे है जोरों पर
होकर नंगे होटल मे फिर शर्म की बात करते हो
अरे दूसरों को आईना दिखाना वाले पहले खुद आईना देखा करो
बात मतलब की किया करो न बेमतलब की फेंका करो
संस्कार PREEET जिनके है...