एक दर्द
एक दर्द सा उठता है
जब समझ नही पाती तुम
मेरे जज़्बात
मेरी कही बात
मेरा दर्द
मेरा स्वभाव
जब कह देती हो...
जब समझ नही पाती तुम
मेरे जज़्बात
मेरी कही बात
मेरा दर्द
मेरा स्वभाव
जब कह देती हो...