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उपवन
उपवन ये जीवन का है जो
फूल खिले सुख दुःख का जिसमे,
महके पृतिपल क्यारी क्यारी,
दुःख के सागर अनंत है लेकिन,
सुख की भी लहरे है लिपतित।
हरपल जमाव रा रहता लोगो का
कुछ आते, कुछ जाते,
आनेवाले जाने का ही सोच घबराते,
लेकिन यही जीवन का उपवन, पाठ हमे सिखलाते, आते यहाँ समय बिता के, फिर वापस है जाते।
© Life is beautiful
फूल खिले सुख दुःख का जिसमे,
महके पृतिपल क्यारी क्यारी,
दुःख के सागर अनंत है लेकिन,
सुख की भी लहरे है लिपतित।
हरपल जमाव रा रहता लोगो का
कुछ आते, कुछ जाते,
आनेवाले जाने का ही सोच घबराते,
लेकिन यही जीवन का उपवन, पाठ हमे सिखलाते, आते यहाँ समय बिता के, फिर वापस है जाते।
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