prakruti
प्रकृति
सजती बागों में खिलती कलियाँ,
सुरमई नभ में चमके तारे,
नदियाँ बहती, बहे जीवन,
प्रकृति की गोद में सब हैं प्यारे।
पत्तों की सरसराहट में गूंजे,
फूलों की महक से महके ये साज,
पहाड़ों की ऊँचाइयों से देखो,
कितनी सुंदर है ये सृष्टि का राज।
सूरज की किरणें, चाँद की चाँदनी,
सभी हैं साक्षी इस अद्भुत नज़ारे,
प्रकृति का हर रूप है अनमोल,
इसकी रक्षा करना है हमारा कर्तव्य सारे।
आओ मिलकर संजोएं इसे,
हर जीव की करें हम सेवा,
प्रकृति का यह उपहार अनमोल,
सुरक्षित रखें इसे, यही है हमारा संकल्प सच्चा।
© All Rights Reserved
सजती बागों में खिलती कलियाँ,
सुरमई नभ में चमके तारे,
नदियाँ बहती, बहे जीवन,
प्रकृति की गोद में सब हैं प्यारे।
पत्तों की सरसराहट में गूंजे,
फूलों की महक से महके ये साज,
पहाड़ों की ऊँचाइयों से देखो,
कितनी सुंदर है ये सृष्टि का राज।
सूरज की किरणें, चाँद की चाँदनी,
सभी हैं साक्षी इस अद्भुत नज़ारे,
प्रकृति का हर रूप है अनमोल,
इसकी रक्षा करना है हमारा कर्तव्य सारे।
आओ मिलकर संजोएं इसे,
हर जीव की करें हम सेवा,
प्रकृति का यह उपहार अनमोल,
सुरक्षित रखें इसे, यही है हमारा संकल्प सच्चा।
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