रिक्तस्थान!
कुछ रिक्तस्थान सा हो चला
अनगिनत सवालों में खो चुका ये समय!
जब पूछा ज़िन्दगी से
क्या परिभासा है इस रिक्तस्थान की
तो जवाब मिला...
तू मुसाफिर है ...
अनगिनत सवालों में खो चुका ये समय!
जब पूछा ज़िन्दगी से
क्या परिभासा है इस रिक्तस्थान की
तो जवाब मिला...
तू मुसाफिर है ...