बहाने मोहब्बत के
कच्चे मकान में पक्की मोहब्बत
ये जगह नहीं देखती,ये परिस्थिति नहीं देखती
कभी छत की बालकनी में लटकते
हो जाती है मोहब्बत
कभी मेहमान घर में
मेहमान...
ये जगह नहीं देखती,ये परिस्थिति नहीं देखती
कभी छत की बालकनी में लटकते
हो जाती है मोहब्बत
कभी मेहमान घर में
मेहमान...