कमल का फूल
#DreamsAndNightmares
नादान सी बो बच्ची थी
मासूमियत दिल में और
चेहरे पे सरारात रखती थी
देख के गुलाबी कमल के फूल
दौड़ी उसके पास थी बो
दबोज लिया दरिंदे ने ना जाना नादान सी बच्ची बो
खेल गया कोमल बदन से उसके
छल्ली कर गया हर रूह उसका
जो मुस्कुराती थी देख के सबको अब बो छूप जाती है
कमल का नाम सुन बो दूर दूर भाग जाती है
कभी...
नादान सी बो बच्ची थी
मासूमियत दिल में और
चेहरे पे सरारात रखती थी
देख के गुलाबी कमल के फूल
दौड़ी उसके पास थी बो
दबोज लिया दरिंदे ने ना जाना नादान सी बच्ची बो
खेल गया कोमल बदन से उसके
छल्ली कर गया हर रूह उसका
जो मुस्कुराती थी देख के सबको अब बो छूप जाती है
कमल का नाम सुन बो दूर दूर भाग जाती है
कभी...