यादें
यह जीवन है यादों का भंडार,
याद उस बचपन की आती है
मां का दुलार और पापा का प्यार,
दादा दादी के बीच था मेरा संसार।
कठिन से कठिन विपत्ति क्यों न हो
चाहे खिलौने टूटे चाहे...
याद उस बचपन की आती है
मां का दुलार और पापा का प्यार,
दादा दादी के बीच था मेरा संसार।
कठिन से कठिन विपत्ति क्यों न हो
चाहे खिलौने टूटे चाहे...